चिंगारी आग लगाने का काम करती है। मेरे भी इस चिंगारी का काम पाठक के दिल और दिमाग में आग लगाना है, दिल में जुनून की आग और दिमाग में ज्ञान की आग। वो आग जो पाठक को उत्साह से भर दे, उसे ऊर्जावान बना दे और उसे अपने लक्ष्य को पाने के लिए प्रेरित कर दे। इस चिंगारी का ये उद्देश्य है कि हर पाठक उस आग को अपने भीतर थाम जीवन सफर पर निर्बाध बढ़ता चले और बिन डिगे पथ से अपने लक्ष्य को प्राप्त करे। "एक नौका ही काफी है, तेरे दिल के आग के आगे। लहरों का क्या ठिकाना, तेरे आँधी से जुनून के आगे।"